प्यार की बारिश हैं
प्यार की बारिश हो रही हैं
मैं तुम्हारा दास हूं
फिर मैं क्यों उदास हूं?
प्यार की बारिश हो रही हैं
मैं तुम्हारा सांस हूं
फिर मैं क्यों सुभाष हूं?
इश्क़ की बारिश हो रही हैं
मैं आख़िरी विजय हूं
फिर मैं क्यों अजेय हूं?
इश्क़ की बारिश हो रही हैं
मैं आख़िरी सफ़र पे हूं
फिर मैं क्यों अमर हूं?
मोहब्बत की बारिश हो रही हैं
मैं अकेला राही हूं
फिर मैं क्यों इलाही हूं?
मोहब्बत की बारिश हो रही हैं
मैं बस एक नाम हूं
फ़िर मैं क्यों बदनाम हूं?
अभिजीत रंजन
Swati Sharma
26-May-2021 03:40 PM
बहुत बढ़िया
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नीलम शर्मा
26-May-2021 03:20 PM
बहुत सुंदर,,,,,👌👌👍
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